मशीन लर्निंग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का एक क्षेत्र है, जो अपने अनुभवों और डाटा की मदद से अपने आप सीखता रहता है जिसमें कंप्यूटर को स्पष्ट रूप से प्रोग्राम किए बिना कार्य करने की क्षमता से समृद्ध किया जाता है| मशीन लर्निंग आधुनिक तकनीक में क्रांति ला रही है जो निर्णय लेने की प्रक्रिया को अधिक कुशल बनाता है जिससे व्यापार,विज्ञान, और रोजमर्रा जीवन में सुधार होता है। मशीन लर्निंग का इतिहास मशीन लर्निंग की स्थापना वैज्ञानिक एलन टयूरिंग ने 1950 ईस्वी में की थी मशीन लर्निंग के बारे में बहुत से वैज्ञानिकों ने अपना अलग-अलग मत दिया है| आर्थर सैमुअल ने 1959 मैं मशीन लर्निंग शब्द का प्रयोग किया जिसने समस्या का समाधान और निर्णय लेने के तरीके को बदल दिया उनके कथन के अनुसार मशीन इंसानों जैसी कार्य करती है मशीन लर्निंग का प्रयोग बड़ी-बड़ी कंपनियों ने जैसे ( गूगल फेसबुक अमेजॉन ) अपने उत्पादों में प्रयोग करते हैं जेफ्री हिंटन ने डीप लर्निंग की अवधारणा को लोकप्रिय बनाया कंप्यूटर की शक्ति बढ़ाने में तथा उत्तर संचालित करने में मशीन लर्निंग के प्रयोग बड़ते गए। मशीन लर्निंग के प्रकार मशीन लर्निंग के मुख...